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Friday, December 14, 2012

आलतू-फ़ालतू

 आलतू-फ़ालतू

पेट्स, (मलुवा के बच्चों को) आगे हम जिन्हें पालेंगे उनमे एक फीमेल और एक मेल है। सभी जर्मन शेपर्ड हैं, जबकि मलुवा देहाती सड़कछाप है!! बाकीयों को दुसरे दोस्त ले जायेंगे, और मलुवा शायद 'वनवास' को चली जाएगी। न जाय ऐसा मेरा प्रयास रहेगा। ज्यादा ज़ज्बाती होने की ज़रुरत नहीं है, क्योंकि सबका अपना-अपना प्रारब्ध होता है। खैर,

फीमेल पिल्ले का नाम मैंने रखा है:"आलतू"; यूँ पुकारूँगा :"अरे अल्तुवा ....!" मेल पिल्ले का नाम मैंने रखा है:"फ़ालतू"; यूँ पुकारूँगा :"अरे फल्तुवा ...!" कुकुर के आउर का नाम होखे ला !? दून्नो चाऊं-चाऊं करते आवेगा। गोदी में ले के इनको खेलावेंगे और खेलेंगे। पर इनकी तो अभी आँखें भी नहीं खुली है।

फ़िल्मी एक्सप्रेशन वाले नाम भी मेरे जेहन में हैं, लेकिन वो आगे इन पिल्लों के व्योहार और पर्फ़ोर्मेन्स पर निर्भर है।