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Wednesday, March 20, 2013

आज बुढऊ कहलएँ :

आज बुढऊ कहलएँ :

>>'पद' : माने = "चिन्ह" बनावै लागी!
>>'पैर' : माने = "जूता" नापई लागी।
>>'पाँव' : = (मतलब "गोड़") : = माने धूर (धूल) माटी में सनाइवै लागी; ताकि दूरे से परनाम कईर लेवल जाय, जेकर से उ मईला हमन के नई लागे!
दुरेहें से बोल्हन : 'पाँव लागी बाबा!', 'गोड़
लागी मालिक!'
>>'लात' : = अब एकर माने-मतलब त सभई कोई जनयं लन! _अर्रे! चाहे खावय ला, चाहे खिलावै ला!
>>'चरण' : = सिरिफ परनाम करय लागी!

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_श्री .