नवरात्री पूजन-हवन के बाद माँ दुर्गा के पूजा पंडालों में उमड़ी भीड़ प्रत्येक वर्ष की भाँति आज फिर से अतुल्य -भारत की अखंडता का एहसास पूरी बुलंदी से स्थापित कर रही है, मेरे ख्याल से इसमें दो राय नहीं होगी, ख़ास कर माँ के दर्शनाभिलाशी भक्तजन अवश्य ही मुझसे सहमत होंगे जो कि "रिकार्ड-तोड़" भीड़ में भी एक-दूसरे को कुचलते-मसलते-धकियाते पंडाल-दर-पंडाल घूम रहे हैं !
कल दशहरा - विजयादशमी का मेला ... जहाँ रावण-वध का ड्रामा खेला जायेगा और रावण का पुतला दहन होगा !