आज से i n f e r n o पढना प्रारंभ करता हूँ! मैंने इसी पुस्तक के कवर को फिलहाल अपना ''प्रोफाइल'' फोटो बनाया है! पिछले दिनों, यानि 11/05/13 से आज 25/05/13 की रात 1:09A.M. बजे तक लगातार एक जूनून के हवाले DAN BROWN की किताब ''Deception Point'' को पढ़ते-लिखते विताया! जिस काम को अंजाम तक नहीं पहुंचा सकते वैसे काम का आगाज़ भी नहीं करना चाहिये! मैंने deception point की पूरी कहानी को 7-भागों में कम्पलीट किया! इसके लिए किताब से देख-पढ़ कर मैंने टाइप किया! हर जगह मेरी कमेंट्री के साथ किताब में छपी कहानी को मैंने हु-बा-हू टाइप किया, इससे कहानी को पढ़ते समय आँखों के आगे एक चलचित्र चलता प्रतीत होता है! इस कहानी को मैंने अपने शब्दों में, अपनी शैली के ढाला! मैंने इसे अपने शब्दों/शैली में ढाला क्योंकि आखिरकार यही करना तो मैंने शुरू किया था! इसी बीच inferno आ गई! लेकिन इससे पहले मुझे अपने लेख को पूरा करना था, सो मैंने किया! रात 1:09A.M. बजे इसे पोस्ट करने के बाद लगा जैसे एक बड़ा अभियान पूरा हुआ हो! निःसंदेह यह मेरे लिए बड़ा प्रोजेक्ट था! मैंने इन सात भाग में फैले बृहद लेख, जिसे मैंने लिखा, को पढ़ा! फिर पढ़ा! फिर पढ़ा! और एक निर्मल-स्वान्तःसुखाय आनंद की अनुभूति हुई! इस मंच, इस ग्रुप का ह्रदय से आभारी हूँ; जहाँ मैं अपने लेख पोस्ट कर स्वयं पढ़ सकने का सुख पा सका! मेरा पढना-लिखना सार्थक रहा! किन्हीं को दुःख हुआ हो तो क्षमाप्रार्थी हूँ!
फिलहाल, अब सारा समय inferno को दूंगा! अब यही मेरा सिरहाना है!
i n f e r n o में PROLOGUE से पहले के पन्ने पर DAN BROWN साहब ने यह निम्नलिखित संदेश लिखा है:
''The darkest places in hell are reserved for those who maintain their neutrality in times of moral crisis.'' और मेरे रोंगटे खड़े हो गए!!
किताब के cover के पीछे मशहूर मैगज़ीन्स, न्यूज़पेपर्स ने किताब के कथानक के विषय में जो प्रशंसा की है उनमे से मेरा ध्यान S A N F R A N C I S C O C H R O N I C L E द्वारा की गई टिपण्णी पर जब गया तो सिहरन सी हुई, लिखा है: `A heart-racing thriller . . . This story has so many twists it would be a sin to reveal too much.`
जब तक यह किताब पढ़ न लूं पूरी i n t e r n e t से रहेगी दूरी!
दस्विदानिया
_श्री .
फिलहाल, अब सारा समय inferno को दूंगा! अब यही मेरा सिरहाना है!
i n f e r n o में PROLOGUE से पहले के पन्ने पर DAN BROWN साहब ने यह निम्नलिखित संदेश लिखा है:
''The darkest places in hell are reserved for those who maintain their neutrality in times of moral crisis.'' और मेरे रोंगटे खड़े हो गए!!
किताब के cover के पीछे मशहूर मैगज़ीन्स, न्यूज़पेपर्स ने किताब के कथानक के विषय में जो प्रशंसा की है उनमे से मेरा ध्यान S A N F R A N C I S C O C H R O N I C L E द्वारा की गई टिपण्णी पर जब गया तो सिहरन सी हुई, लिखा है: `A heart-racing thriller . . . This story has so many twists it would be a sin to reveal too much.`
जब तक यह किताब पढ़ न लूं पूरी i n t e r n e t से रहेगी दूरी!
दस्विदानिया
_श्री .