०५ अप्रैल २०१२ लोहरदगा ०३:२५ दोपहर
वंश का जन्म, प्रणव के रूप में
कमल का बेटा
'वंश', ये नाम गुनगुन ने सुझाया, कैसे!? मम्म ...शायद रूपा को कहते सूनी होगी. वंश का जन्म ०५ अप्रैल, २०१२ दिन बुधवार को सायं ०४:४५ बजे हुई. मैं लोहरदगा से रांची वीणा के साथ पहुँचते 'देबुका नर्सिंग होम', लालपुर रांची में रूपा को देखने गया,. मालूम हुआ रूपा लेबर रूम में है, दावा वगैरह दी जा रही है. माँ वहीँ थी. वीणा को वहां कमल के साथ छोड़ कर घर आ गया. खाना खा कर किताब पढ्त-पढ़ते सो गया. अचानक पौने पांच बजे शाम को गुनगुन ने मुझे झिंझोड़ कर ख़ुशी से चीखते हुए कहा ...'बाबूजी जागिये, बाबु का जनम हो गया चलिए.....'. मैं कूद कर उट्ठा, झट-पट तैयार हुआ और माँ के साथ नर्सिंग होम पहुंचा और अपने "वंश" का दर्शनं पाया.
मैंने अभी बालक का नाम नहीं सोचा है, कुछ विष्णुसहस्रनाम से प्रेरणा मिली है, यदि सबकी सम्मति होगी तो वोही नाम रखा जायेगा.
वंश और गुनगुन का बाबूजी...
श्रीकांत तिवारी