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Tuesday, September 28, 2010

श्री अमित भैया !
सदर प्रणाम.
हे असम्बोधानीय !!

आपकी अभी-अभी पोस्ट की गयी आपकी अपनी तस्वीर ने सारे भ्रम तोड़ दिए हैं!!

यह है मेरे अपने सच्चे अमित भैया !! शानदार ! सदाबहार !! दिलदार !!! आपको हमारा बेशुमार प्यार !!! इसी तरह आपके द्वारा खुशियाँ सारे जग में फैलती रहे ! हार्दिक शुभकामनायें !!
आपका अपना एक और हिन्दुस्तानी भाई, जिसे शायद आपके साक्षात् दर्शन का सौभाग्य नहीं, फिर भी आप का ये ही प्यार कम नहीं क़ि आपके इस ब्लॉग के द्वारा हमारी भावनाएं आप तक जरूर पहुँचती होगी !! शायद आप मुझे अपने ब्लॉग पर पढ़ते होंगे !! आपके प्यार भरे उत्तर की प्रत्याशा में_
ऐसी प्रत्याशा सारे देश की है, भैया !!
सप्रेम सदर प्रणाम,
स-धन्यवाद !!
-आपका,
श्रीकांत
http://shrikanttiwari.blogspot.com/