आमिर द्वारा प्रस्तुत "सत्यमेव जयते" का दूसरा एपिसोड देखा। विषय-वस्तु के हिसाब से इस बार आमिर ने "बाल यौन शोषण" [CHILD SEX ABUSE] का मुद्दा उठाया। मेरे साथ मेरे 15 वर्षीय, छोटे बेटे अतुल (लड्डू) ने भी ये एपिसोड देखा। हालांकि आमिर ने पहले ही ये आग्रह किया था कि हम अगर न चाहें कि बच्चे संवेदनशील बातें देखें, क्योंकि एपिसोड की कुछ बातें हमें विचलित कर सकती है, तो हम बच्चों को दुसरे कमरे में भेज दें, लकिन मैंने अतुल को अपने पास कमरे में बैठे रहने देना मुनासिब समझा। आमिर "सत्यमेव जयते" के माध्यम से जो मुद्दे उठा रहे है वो संवेदनशील हैं, हमारे अपने कार्य-कलाप [CONDUCT] के बारे में हैं, इसलिए ये और भी आवश्यक है कि हम इसे पुरे परिवार के साथ देखें। ताकि हम सभी सामाजिक, व्यौहारिक बुराइयों से अच्छी तरह वाकिफ हो सकें।
"बाल यौन शोषण" [CHILD SEX ABUSE] के शिकार (victim) रहे लोगों के अनुभओं से हम सन्न रह गए! बच्चों के लिए "बाल यौन शोषण" [CHILD SEX ABUSE] का मतलब समझना जरुरी है ताकि वे चुप्पी तोड़ें। हमें अपने बच्चों को सिखाने समझाने के साथ-साथ उनपर भरोसा करना और उनकी बातों पर यकीन करना चाहिए।
बच्चों के साथ आमिर का WORKSHOP बहुत अच्छा था।
_श्रीकांत तिवारी